दोस्तों आज हम बात करने वाले हैं, हीलिंग क्या है और इसको कैसे इस्तेमाल में लाते हैं। इसके बारे में जानकारी कैसे ले सकते हैं, हीलिंग कहां से प्राप्त करें, और हीलिंग लेने से क्या फायदे हैं? तो आज हम इन सभी बिंदुओं पर चर्चा करने वाले हैं ,तो आप हमारे इस ब्लॉक को पढ़ें ।
हीलिंग: एक प्राचीन कला और आधुनिक विज्ञान का संगम
हीलिंग क्या है-मूल परिभाषा और व्याख्या
हीलिंग का शाब्दिक अर्थ होता है “चिकित्सा या उपचार”। हीलिंग न केवल शरीर की बीमारियों को ठीक करने की प्रक्रिया है बल्कि यह व्यक्ति के मानसिक भावनात्मक और आध्यात्मिक स्तर पर संतुलन स्थापित करने की एक विशिष्ट पद्धति है। यह शरीर आध्यात्मिक ऊर्जा का प्रवाह एवं उसके संतुलन का माध्यम है। यह शरीर की सकारात्मक ऊर्जा में बदलाव लाती है और समग्र स्वास्थ्य को बेहतर बनाने का कार्य करती हैं।
हीलिंग शब्द की उत्पत्ति इटिमोलॉजी
हीलिंग शब्द अंग्रेजी के “Heal” शब्द से आया है, जिसकी जड़ ( root ) जर्मनी भाषा की “heilan” शब्द में है, जिसकाअर्थ होता है- “संपूर्ण बनाना” या “पूर्ण रूप से स्वस्थ करना”। Healing शब्द बाद में लैटिन और पुराने अंग्रेजी में विकसित होते-होते “ हीलिंग” में परिवर्तित हुआ।
हीलिंग का इतिहास
फीलिंग कोई नया चलन नहीं है इसकी जड़े हजारों साल पुरानी है। इसके बारे में जानकारी आपको पौराणिक कथाओं तथा धार्मिक ग्रंथो में मिलता है। प्राचीन भारत में योग और आयुर्वेद चीन में “एक्यूपंचर और ऊर्जा चिकित्सा” मित्र में क्रिस्टल हीलिंग तथा अमेरिका के मूल आदिवासी समाजों में भी शमन “shamanic” हीलिंग की पद्धतियां प्रचलित थीं। विशेष रूप से भारत में प्राण ( life force energy ) के संतुलन द्वारा उपचार की अवधारणा वेदों से जुड़ी मानी जाती है।
हीलिंग के प्रकार
हीलिंग कई प्रकार के होते हैं, लेकिन यहां कुछ विशिष्ट हीलिंग के कुछ प्रकार है:
- रेकी हीलिंग: जापान से उत्पन्न ऊर्जा चिकित्सा जिसमें हाथों के माध्यम से ऊर्जा का प्रवाह करके शरीर को संतुलित किया जाता है।
- प्राणिक हीलिंग: भारतीय मूल की यह पद्धति उर्जा शरीर ( aura ) को शुद्ध करके स्वास्थ्य को बाहर करती है।
- क्रिस्टल हीलिंग: विभिन्न क्रिस्टलों की कंपन ऊर्जा से शरीर के चक्रों ( chakras ) को संतुलित किया जाता है।
- साउंड हीलिंग: ध्वनि की कंपन शरीर से मानसिक तनाव को दूर करने का कार्य किया जाता है।
- एक्यूप्रेशर एवंएक्युपंचर: चीन की प्राचीन पद्धति जिसमें शरीर के विशिष्ट बिंदुओं को उत्तेजित ( activate )करके ऊर्जा प्रवाह संतुलित किया जाता है।
- एनर्जी हीलिंग: यह एक व्यापक पद्धतिहै जो ऊपर दिए गए सभी पद्धतियों को समायोजित करती है।
हीलिंग कैसे काम करता है- वैज्ञानिक एवं आध्यात्मिक सिद्धांत
हीलिंग के पीछे दो मुख्य आधार हैं, जिसे हम “विज्ञान”और “अध्यात्म” के नाम से जानते हैं।
- वैज्ञानिक दृष्टिकोण: शरीर में विद्युत – चुंबकीय ( electro-magnatic ) ऊर्जा का प्रवाह होता है। तनाव नकारात्मक विचार और अस्वस्थ जीवन शैली इस प्रभाव को बाधित करती है जिससे बीमारियां उत्पन्न होतीहैं।हीलिंग तकनीक के इस ऊर्जा प्रवाह को पुनः व्यवस्थित करने का कार्य करती है।
- आध्यात्मिकदृष्टिकोण: हर व्यक्ति का शरीर एक विशिस्ट ऊर्जा प्रभाव क्षेत्र ( aura ) और सात चक्रों से बना होता है।जब यह चक्र असंतुलित होते हैं, तो व्यक्ति मानसिक और शारीरिक रोगों सेपीड़ित होता हैफीलिंग इन चक्रों को साफ और संतुलित करकेएक व्यवस्थित क्रम मेंलाने का कार्य करती है।
हीलिंग का मानव जीवन पर प्रभाव
फीलिंगरोगों का उपचार ही नहीं करती बल्कि यह जीवन के हर क्षेत्र में संतुलन को कायम करती है:
- मानसिक: चिंता डिप्रेशन और नकारात्मकता को काम करती है।
- शारीरिक: शरीर में ऊर्जा औरप्रतिरोधक क्षमता को बढ़ातीहै।
- भावनात्मक: आत्मविश्वास प्रेम और आत्म सुकृति की भावना को जागृत करने में सहायक है।
- आध्यात्मिक: आंतरिक शांति ज्ञान और आत्मबोध आत्मज्ञान को बढ़ावा देती है।
हीलिंग का कैरियर व्यवसाय धन और समृद्धि पर प्रभाव
एक व्यक्तिआंतरिक और बाहरी दोनों स्तर परसंतुलित जीवन व्यतीत कर रहा होता है तो वह अपने करियर में स्पष्ट आत्मविश्वास और उत्साह के साथ आगे बढ़ता है। हीलिंग आर्थिक दृष्टि से भी सहायता करती है जैसे:
- व्यावसायिक निर्णय को लेने में स्पष्ट।
- ऊर्जा के प्रभाव में आने वाली रूकावटों को दूर करना।
- नए अवसरों को उत्पन्न करना एवं उसके पहचान की क्षमता विकसित करना ।
- मन की बाधाओं को हटाना।
आधुनिक युग में हीलिंग का महत्व
मेरे प्यारे मित्रों मैं आपको बताना चाहूंगा कि आज की भाग दौड़ और तनाव भरी जिंदगी में हीलिंग की उपयोगिता को हम भूल चुके हैं, लेकिन जब इंसान सभी उपायों को करने के बाद असफलता ही हाँथ आती है, तब वह हीलिंग की तरफ आगे बढ़ता है। वर्तमान युग में आधुनिक चिकित्सा शारीरिक लक्षणों पर केंद्रित होती है, जबकि हीलिंग समग्र रूप से मनुष्य के शरीर मन और आत्माका उपचार करती है। आज कॉर्पोरेट स्कूल अस्पताल और व्यक्तिगत जीवन में हीलिंग तकनीक का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है।
हीलिंग सीखे और अभ्यास करें
फीलिंग सीखना किसी भी व्यक्ति के लिए संभव है कुछ सामान से स्टेपस इस प्रकार हैं 👍
- किसी अनुभवी एवं प्रमाणित हीलिंग कोर्स में दाखिला ले ( जैसे रेकी, प्राणिक हीलिंग )।
- ध्यान और आत्मचिंतन के आदत डालें।
- थ्योरी और प्रैक्टिकल ज्ञान प्राप्त करें।
- नियमित अभ्यास करें और दूसरों पर हीलिंग करके अनुभवबढ़ाएं।
- उच्च स्तर तक प्रशिक्षण प्राप्त करें।
फीलिंग से जुड़े मिथक और सत्य
मिथक: हीलिंग केवल अंधविश्वास।
सत्य: हीलिंग को अब चिकित्सा विज्ञान भी सहायक पद्धति के रूप में मान्यतादे रहा है।
मिथक: यह केवल विशेष शक्तियों वाले लोग कर सकते हैं।
सत्य: सही मार्गदर्शन और अभ्यास से कोई भी व्यक्ति इसे आसानी से सीख सकता है।
मिथक: इसे तुरंत चमत्कार होता है।
सत्य: हीलिंग प्रक्रिया एक विज्ञान है, समय और समर्पण से इसके परिणाम मिलते हैं।
निष्कर्ष- हीलिंग की समग्रता और इसका भविष्य
हीलिंग केवल एक चिकित्सा पद्धति नहीं बल्कि एक जीवन दर्शन है यह व्यक्ति को आत्मबोध संतुलन और आंतरिक शांति की ओर ले जाती है। प्रयोग करता भविष्य में जैसे-जैसे मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य को महत्व देते हैं वैसे-वैसे ही हीलिंग की और विकसित होगी।